रोड सेल में चल रहे ओव्हरलोड डंफरो से उड़ने वाली डस्ट से प्रताड़ित रहवासियों ने की सी एम हेल्प लाइन में शिकायत
मौके पर जांच में पहुंचा प्रदूषण विभाग डस्ट मापक यंत्र लगा कि प्रदुषण मापने की तैयारी
शिकायत व विभाग की मौजूदगी से सुबह से कालरी करा रही सड़को पर पानी की तराई
रोड सेल से जुड़े डम्फर मालिकों में मचा हड़कंप
संपादकीय(प्रकाश सिंह परिहार):- कोतमा नगर कोयलांचल क्षेत्र है जहां आसपास जमुना भालूमाड़ा गोविंदा बरतराई आमाडाड कॉलरी, मीरा खदान संचालित है जहां रोड सेल से माध्यम से हजारों की टन कोयला डम्फर हाइवा ट्रक में लोड होकर एक दूसरे कालरी से रेल साइडिंग तक जाते हैं जहां से परिवहन कर बाहर अन्य बड़े कल कारखानों व व अन्य राज्यों में कोयला भेजा जाता है। रोड सेल में लगे डम्फर कोतमा नगर के वार्ड नं 10,11,12,13 से होकर गुजरते हैं जहां सैकड़ो की संख्या में स्थानीय रहवासी निवास करते हैं।साथ ही कोतमा नगर के वार्ड नं 10 में शिक्षण संस्थानों भारत माता स्कूल, हरमिलाप आई टी आई, के आई सी टी व मार्तण्ड सिंह महाविद्यालय संचालित हैं जहाँ हजारों की संख्या में के जी वन से लेकर पोस्ट ग्रेज्युएट व आई टी आई व कम्प्यूटर कालेज के बच्चे शिक्षण ग्रहण करते हैं।कोतमा नगर के आवासीय क्षेत्र होने के वावजूद कोल माइंस से निकलने वाले डंफरों में बिना तिरपाल ढके उड़ने वाली धूल और गीले कोयले से टपकती गंदगी से पूरी सड़क 24 घण्टे सराबोर रहती है। साथ ही आसपास रहने वाले लोगों का जीना दूभर है। साथ ही बच्चों के शिक्षण स्वास्थ्य के साथ साथ दुर्घटना की भी सम्भावना बनी रहती है। जिसकी लिखित शिकायत स्थानीय रहवासियों से सैकड़ों बार कालरी प्रबंधन स्थानीय नगर प्रशासन जिला कलेक्टर कमिश्नर तक कर चुके हैं। व कई बार स्थानीय लोग अनशन तक बैठ चुके हैं। पर परिणाम वही ढाक के तीन पात जब शिकायत होती है प्रबंधन टैंकर भेजकर तराई करवा देते हैं। 5/6 दिन तराई होगी कुछ दिन डंफरों में तिरपाल ढक के रोड सेलिंग होगी फिर उसके बाद मामला जस का तक।
कोतमा नगर के युवा भाजपा नेता ने की सी एम हेल्पलाइन में शिकायत
भाजपा नगर मण्डल के पूर्व उपाध्यक्ष व युवन नेता शैलेन्द्र ताम्रकार जो वार्ड नं 10 कॉलेज तिराहा में ही निवास करते हैं बीते कई वर्षों से कालरी के बिना तिरपाल लगे निकलने वाले डंफरों से उड़ने वाली धूल से त्रस्त हैं व उनके घर मे लगी फूलों की क्यारी सहित आसपास के पेड़ पौधे धूल डस्ट से काले नजर आ रहे साथ ही सांस की समश्या से मोहल्ले वासी पीड़ित हैं व शिक्षण संस्थानो में पढ़ने वाले बच्चों के स्वास्थ्य में भी अच्छा खासा असर पड़ रहा जिससे लोगो मे कालरी प्रबंधन के खिलाफ शिकायते हैं।
सी एम हेल्पलाइन की शिकायत पर मौके पर पहुंचा प्रदूषण विभाग जांच दल लगाया डस्ट मापक यंत्र
मुख्यमंत्री सहायता केंद्र ने की गई शिकायत के बाद आज प्रदूषण विभाग का अमला मौके पर पहुंचा व वार्ड नं 10 में दो जगह प्रदूषण मापक यंत्र फिट किये व 4 घण्टे लगातार मशीन को चालू रख डस्ट मापने के कार्य किये। वही मौके पर पहुंचे प्रदूषण विभाग की टीम व यंत्र को देखते हुए कोल माइंस के आला अधिकारी सुबह से ही हर घण्टे टैंकर से सड़कों पर पानी की तराई करा रहे ताकि गलती कालरी प्रबंधन की नजर न आये मौके पर पहुंचे प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति व मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में हुई शिकायत व मौके पर पहुंचकर यंत्र से जांच कर रिपोर्ट भेजने की बात कही। वही रोड सेल से जुड़े ट्रांसपोर्टरों के फोन शिकायतकर्ता के मोबाइल पर आने लगे व जीने खाने नही दोगे की मनुहार करते नजर आए व प्रदूषण विभाग आमादण्ड बरताराई क्षेत्र की अन्य शिकायतों पर भी जांच करने क्षेत्र में मौजुद नजर आए। स्थानीय रहवासियों की शिकायत पर प्रदूषण विभाग व सम्बंधित विभाग के साथ कालरी प्रबधन क्या कदम उठाती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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