भ्रष्टाचार की दर्जनों शिकायत, जांच मे अनियमितता की पुष्टि होने के बाद सीएमओ ज्योति सिंह को मिला मैहर नपा का अतिरिक्त प्रभार
नरोजाबाद से मैहर 160 कि.मी की दूरी- अतिरिक्त प्रभार को लेकर नगरीय प्रशासन विभाग की हो रही जमकर किरकिरी क्षेत्र सहित जिले में बना चर्चा का विषय
सरकार की हो रही छवि धूमिल -भ्रष्टाचार में कार्यवाही की जगह आखिर सीएमओ ज्योति सिंह को किस अधिकारी का मिल रहा संरक्षण
इंट्रो :- मुख्य नगर पालिका अधिकारी के रूप में ज्योति सिंह की पदस्थापना से लेकर शहडोल संभाग में जिस जिस नगर परिषद में पदभार ग्रहण किया गया उक्त सभी नगर परिषद में मनमानी रवैया अनियमितता व पति के हस्तक्षेप को लेकर विवादों से नाता रहा है अनूपपुर नगर पालिका मे भी जमकर अनियमिता व मनमानी की गई उसके बाद उमरिया में प्रभार मिला वहां भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे शिकायत के बाद उमरिया से हटकर नौरोजाबाद में पदभार ग्रहण करते हुए मास्टरमाइंड कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के साथ मिली भगत कर टेबल टेंडर वह एक-एक लाख की फाइलों और जेम पोर्टल के माध्यम से भ्रष्टाचार को अंजाम देने का कार्य किया गया जिसकी शिकायत उपाध्यक्ष सहित कई पार्षदों ने भी नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों सहित जिले के संवेदनशील कलेक्टर से जांच व कार्यवाही की उम्मीद किये कलेक्टर ने जांच के लिए टीम भी गठित कराया जांच हुई लेकिन कार्यवाही हेतु कमिश्नर शहडोल संभाग के पास अभी भी लंबित है!
प्रकाश सिंह परिहार की कलम Siva
शहडोल/उमरिया:- जिस प्रकार मुख्य नगरपालिका अधिकारी ज्योति सिंह द्वारा अपने पति के साथ मिलकर लगातार भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है और इनके पति द्वारा ठेकेदारों के साठ -गांठ कर बिजुरी मनेद्रगढ़ के ठेकेदारों को बुलाकर प्री प्लानिंग एक सिंडिकेट बनाकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी और बिजुरी नगर पालिका में भ्रष्टाचार के आरोपी 420 जैसे गंभीर धाराओं पर मामला दर्ज कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया का परिवर्तित नाम विनोद बर्मन के रूप में नगर परिषद में कंप्यूटर ऑपरेटर बनाकर भ्रष्टाचार को अंजाम देने का कार्य किया गया ऐसी स्थिति में शिकायत उपरांत संवेदनशील उमरिया कलेक्टर द्वारा जांच गठित कर जांच कराया गया जिसमें अनियमितता भी पाई गई कार्यवाही हेतु फाइल कमिश्नर शहडोल संभाग के समक्ष प्रस्तुत किया गया लेकिन सीएमओ ज्योति सिंह के भ्रष्टाचार का मैनेजमेंट इस कदर रहा कि भ्रष्टाचार में कार्यवाही के जगह मैहर नगर पालिका का अतिरिक्त प्रभार उपहार स्वरूप भेंट कर दिया गया है नगर में फैलो चर्चाओं की माने तो भ्रष्टाचार में सम्मिलित सीएमओ को जिस कदर नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा नवाजा गया है उससे यह प्रतीत हो रहा है कि भ्रष्टाचार करने वालों को सजा देने की जगह सरकार संरक्षण देने का कार्य कर रही है नौरोजाबाद नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार को लेकर सरकार सहित नगरी प्रशासन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की भी चमकर नगर में किरकिरी हो रही है!
भ्रष्टाचार में सम्मिलित CMO ज्योति सिंह को मिला सरकार का उपहार
लगभग एक दर्जन शिकायत नौरोजाबाद सीएमओ ज्योति सिंह के द्वारा किए गए अनियमिता/ भ्रष्टाचार को लेकर उपाध्यक्ष व पार्षदों द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों के समक्ष की गई जांच व कार्यवाही न होने से भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष, विधायक द्वारा भी पत्र लिखकर जांच हुआ कार्यवाही की मांग की गई लेकिन नगरी प्रशासन विभाग के राजधानी में बैठे जिम्मेदार अधिकारीयों ने कार्यवाही की जगह 26 दिसंबर 2024 को पत्र क्रमांक/स्था/एक/1126/2024/27188 प्रशासनिक कार्य सुविधा की दृष्टि से नौरोजाबाद सीएमओ ज्योति सिंह को 162 किलोमीटर दूर मुख्य नगर पालिका अधिकारी मैहर बनाकर अतिरिक्त प्रभार सौपा गया यह आदेश नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त भरत यादव द्वारा जारी किया गया आदेश सार्वजनिक होते ही चर्चा का बाजार इस कदर गर्म हुआ कि जिस मुख्य नगर पालिका अधिकारी के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए थी उस नगर पालिका अधिकारी के रसूक व गांधी जी के सामने एक जिम्मेदार अधिकारी का नौरोजाबाद से मैहर नगर परिषद कि दूरी 162 किलोमीटर तय कर आना-जाना कैसे होगा और भ्रष्टाचार पर कार्यवाही ना होना कहीं ना कहीं जिम्मेदार अधिकारियों की संलिप्तता को प्रदर्शित करता है जिससे क्षेत्र में सरकार व नगरीय प्रशासन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है!
कलेक्टर ने गठित की थी जांच टीम- मिली थी अनियमितता
नगर पालिका उपाध्यक्ष द्वारा की गई शिकायत के आधार पर जिले के नवरोजाबाद नगर परिषद में प्राप्त भ्रष्टाचार के आरोपी की जांच एक समिति द्वारा की गई जिससे किए गए अनियमित व व्यापक भ्रष्टाचार की परते खुल गई चाहे सबमर्सिबल पंप खरीदी का मामला हो पानी टंकी खरीदी, वाटर कूलर की क्षमता कम भुगतान ज्यादा, वाहनों के संधारण कार्य, लैपटॉप में एमआरपी से अधिक भुगतान एलईडी व ट्री गार्ड खरीदी में भी भारी भ्रष्टाचार कर सरकारी पैसे का दोहन किया गया है लेकिन जांच उपरांत भी आज तक कार्रवाई नहीं हो पाई!
दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के दम पर करोड़ों का भुगतान
नौरोजाबाद नगर परिषद की मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह जो अनूपपुर पालिका डुड्डा अधिकारी अनूपपुर का प्रभार रहते नगर पालिका बिजुरी में हुए भ्रष्टाचार की जांच भी की गई थी जिनके जांच प्रतिवेदन के आधार पर लोकायुक्त रीवा के द्वारा कर्मचारी, पार्षद, ठेकेदार सहित 32 लोगों पर मामला दर्ज हुआ था जिस पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया पर भी 420 व अन्य कई धाराओं पर मामला दर्ज हुआ था जिसमें करोड़ों के भ्रष्टाचार की पुष्टि भी हुई थी इस जांच के बाद करोड़पति बनने का सपना संजोए सीएमओ ज्योति सिंह द्वारा उमरिया नगर पालिका के बाद नौरोजाबाद नगर परिषद में पुन : कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन, इंजीनियर कुम्भकार, अकाउंटेंट दिनेश, स्टोर प्रभारी सोनी, समयपाल राममिलन, दैनिक कर्मचारी आकाश यादव के साथ सीएमओ ज्योति सिंह द्वारा स्कैम बनाते हुए कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन के सहारे करोड़ों का भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया हालांकि नौरोजाबाद नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार मामले में बिजुरी के तर्ज पर कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन की भूमिका काफी संदिग्ध नजर आ रही है क्योंकि उक्त भ्रष्टाचार में जिन फर्मो में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं उन सभी फर्मो के तार बिजुरी, मनेद्रगढ़ सहित कटनी से जुड़े हुए है यदि गंभीरता से जांच हुई तो उक्त भ्रष्टाचार का जन्मदाता भी बिजुरी से ही निकलेगा जन चर्चाओं की माने तो उक्त पूरे भ्रष्टाचार मे सनलिप्त सभी कर्मचारियों पर कठोर कार्यवाही की मांग की जा रही है!
जिस्से थी न्याय की उम्मीद वही दे रहे संरक्षण
मुख्य नगर पालिका अधिकारी नौरोजाबाद ज्योति सिंह के भ्रष्टाचार की यदि शिकायत इकट्ठा की जाए तो नगरी प्रशासन द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायतों की एक पुलिंदा इकट्ठा करते हुए "भ्रष्टाचार का उपन्यास" का प्रकाशन किया जा सकता है जांच व कार्यवाही की जगह जिसप्रकार राजधानी मे नगरीय प्रशासन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी के रूप में भरत यादव को बैठाया गया और उनके द्वारा जांच व कार्रवाई के जगह भ्रष्टाचार में संयुक्त सीएमओ ज्योति सिंह को अपने आदेश साइन लेटर जारी कर अतिरिक्त प्रभार सौपने का कार्य किया गया जिससे यह बात खड़े होना शुरू हो गया कि भाजपा विधायक भाजपा उपाध्यक्ष पार्षद सहित उक्त शिकायत मे जिम्मेदार अधिकारी न्याय की जगह CMO ज्योति सिंह के भ्रष्टाचार पर संरक्षण देने का कार्य किया जा रहा है इस आदेश से प्रदेश सरकार एवं नगरी प्रशासन विभाग के संवेदनशील मंत्री की भी जमकर किरकिरी हो रही है जो पूरे क्षेत्र सहित पूरे संभाग में इस तरह के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा जारी किए गए आदेश की जमकर किरकिरी हो रही है!
अगले अंक मे पढ़े -
1.-विनोद सोधिया उर्फ़ विनोद बर्मन का खेल
2.-नपा बिजुरी मे नौकरी दौरान पत्नी के नाम राशि अहरण
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