जकरिया को किसकी मेहरबानी जांच टीम की लेटलतीफी उठा रहे कई सवाल - मामला अधिक भुगतान का
इंट्रो- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग एवं मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड में कई वर्षों से अपनी अंगद की तरफ पैर जमाए मोहम्मद जकरिया को विभाग के लोगों ने ही इस तरह से बना दिया कि 1 के बाद 1 घोटाले जकरिया के द्वारा किया गया शिकायतें हुई पर उन शिकायतों को विभाग के लोगों ने कहां दफन कर दिया इसका पता आज तक नहीं चल सका जिसका नतीजा रहा कि विभाग के लोगों ने मोहम्मद जकरिया को खूब माल बटोरने का मौका दिया ! आखिर गरीबों के हक पर जकरिया ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर अनूपपुर जिले को ही नहीं बल्कि शहडोल संभाग को अच्छा चूना लगाया है।
अनूपपुर(प्रकाश सिंह परिहार):- जिले में हुए परिवहन के नाम पर घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने जांच के आदेश तो दिए लेकिन वह जांच कहां अटक गई, अधिकारी कुछ कहने को तैयार नहीं ! दरअसल 22,06, 2021 क्षेत्रीय प्रबंधक सतना के द्वारा वर्ष 2015 में हुए एलआरटी परिवहन लीड 1से 25 की दूरी पर परिवहन करता के किए गए भुगतान की जांच करने के संबंध में टीपी डेहरिया प्रबंधक वित्त जिला कार्यालय सतना को जिला अनूपपुर में वर्क 2015 से एलआरटी परिवहन 1 से 25 की दूरी पर परिवहन करता को किए गए जांच करने हेतु निर्देशित किया गया था, लेकिन महीने बीत जाने के बाद भी जांच कछुए की चाल पर है आज तक जांच अधिकारी जिले में अपना दर्शन तक नहीं दिए तो फिर अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जांच कैसी होगी।
इन बिंदुओं पर करनी थी जांच -
वर्ष 2015 से मार्च 2021 तक एलआरटी परिवहन लीड 1 से 25 किलोमीटर पर मुख्यालय द्वारा उचित दर क्या थी, वर्ष 2015 से मार्च 2021 तक एलआरटी परिवहन लीड 1 से 25 किस परिवहन करता द्वारा कार्य किया गया है, वर्ष 2015 से मार्च 2021 तक एलआरटी परिवहन लीड 1 से 25 में किस दर पर भुगतान किया गया है यदि वह वर्ष 2015 से मार्च 2021 तक मुख्यालय स्थित के बिना एलआरटी परिवहन लीड 1 से 25 किलोमीटर में राशि ₹16 से भुगतान किया गया है तो भुगतान के लिए कौन दोषी है नाम एवं पद सहित मामले की जांच करने के निर्देश क्षेत्रीय प्रबंधक सतना द्वारा 17 ,06,2021 को दिए गए थे।
यह था मामला
वर्ष 2015 से मार्च 2021 तक साल दर साल होते रहे इस घोटाले में नान (नागरिक आपूर्ति निगम) के जिला प्रबंधक ने जकरिया ट्रांसपोर्ट को फायदा पहुंचाने भोपाल मुख्यालय से अनुमोदन मिले बिना अपने स्तर पर तय की गई दोगुनी से अधिक राशि दरों पर भुगतान कर दिया इन 6 सालों के दरमियान जकरिया को करीब 35 लाख का अतिरिक्त भुगतान किया गया ! जकरिया को 1 से 25 किलोमीटर तक की दूरी में खाद्यान्न परिवहन के लिए 2015 में 8 लाख 40 हजार 572 का भुगतान किया गया था इसके बाद 2016 में 12 लाख 34 हज़ार 890 रुपए 2017 में 8 लाख 56 हज़ार 240 तथा 2020 में 12 लाख 40 हजार 578 रुपए का भुगतान किया गया।
जानकारों की माने तो जकरिया ट्रांसपोर्ट ने 2015 में अनूपपुर जिले में एलआरटी (लांग रूट ट्रांसपोर्ट) का ठेका हासिल किया इसके लिए भोपाल मुख्यालय 1से50 किलोमीटर तक के पहले स्लैब के लिए 7.08 रूपये प्रति किलोमीटर की दरें निर्धारित की गई ! जकारिया ने नान के स्थानीय अधिकारियों कर्मचारियों से मिलीभगत कर कम दूरी का एक नया प्रस्ताव बनवाया इसमें 1 से 25 किलोमीटर तक की दरें ₹16 प्रति टन किलोमीटर तक करवा ली थी।
इनका कहना है
जांच का जिम्मा मुझे ही मिला है ऑफिस में काम ज्यादा है इसलिए जांच प्रारंभ नहीं हो सकी है दो-तीन दिनों में जांच प्रारंभ कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
डीपी डेहरिया
जांच अधिकारी, मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड
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