420 का कुख्यात आरोपी कंप्यूटर मास्टरमाइंड विनोद सोंधिया/ विनोद बर्मन बनकर नौरोजाबाद नपा मे CMO ज्योति सिंह के साथ मिल दिया करोडो भ्रष्टाचार को अंजाम
बिजुरी भ्रष्टाचार की जांच अधिकारी CMO ज्योति सिंह के रिपोर्ट में लोकयुक्त ने किया था विनोद सोंधिया के ऊपर 420,409,467,468,471 धाराओं मे मामला दर्ज
आखिर भ्रष्टाचारी कुख्यात आरोपी विनोद सोंधिया को कब डालेगे लोकायुक्त अधिकारी सलाखों के पीछे...?
कंप्यूटर ऑपरेटर करोडो की संपत्ति, नौकरी दौरान पत्नी के नाम ठेकेदारी कर लाखों की राशि का किया गवन - कूट रचना में शामिल पत्नी पर आखिर कब होंगी एफ.आई.आर
इंट्रो :- नगर पालिका परिषद बिजुरी मे कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मास्टरमाइंड कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया द्वारा कंप्यूटर के साथ छेड़खानी कर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार में जांच अधिकारी CMO ज्योति सिंह द्वारा दिए गए जांच रिपोर्ट के आधार पर नगरीय प्रशासन द्वारा मामला दर्ज करने के आदेश दिए गए थे जिसमें लोकायुक्त रीवा द्वारा विनोद सोंधिया सहित अन्य के ऊपर 420,409,467,468,471 के तहत मामला दर्ज किया गया जिसके बाद लोकायुक्त अधिकारियों द्वारा कार्यवाही व गिरफ्तारी न करने के कारण मास्टरमाइंड कुख्यात कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया जांच करता अधिकारी सीएमओ ज्योति सिंह के साथ मिली भगत कर विनोद बर्मन बनकर नौरोजाबाद में कंप्यूटर ऑपरेटर बनकर बिजुरी के तर्ज पर CMO और CMO पति व बिजुरी, मनेद्रगढ़ कटनी सहित कई फर्मो का सिंडिकेट बनाकर करोड़ों के भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया! जिसकी विधायक सहित जनप्रतिनिधियों ने उच्च अधिकारियों के समक्ष किया!
उमरिया:- बिजुरी निवासी विनोद सोंधिया जब नगर पालिका बिजुरी में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर रहा तबतक करोड़ों रुपए का हेर फेर कर सरकारी धन अर्जित किया गया और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी रहते हुए अपने पत्नी के नाम रिंग कंप्यूटर नाम का फर्म बनाकर लाखों रुपए कूट रचनाकार अर्जित किया गया हालाकि उस समय थाने में शिकायत भी की गई थी जिसका मामला ठंडा बस्ती के हवाले कर दिया गया है सरकारी पद पर रहते हुए विनोद सोंधिया द्वारा अपनी पत्नी के नाम फॉर्म बनाकर टेंडर लगाने, कंप्यूटर मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए कूट रचनाकर निकाले गए जिस जो सीधे-सीधे कूट रचना को प्रदर्शित करता है जिस पर थाना प्रभारी बिजुरी से जनता कार्यवाही की उम्मीद कर रही है!
भ्रष्टाचार करने CMO ज्योति सिंह, विनोद बर्मन कि दर्जनों शिकायत
सीएमओ ज्योति सिंह द्वारा नापा बिजुरी मे जब जांच अधिकारी के रूप में जांच किया गया तब सीएमओ द्वारा कंप्यूटर ऑपरेटर मास्टरमाइंड विनोद सोंधिया का हुनर/ हेराफेरी/ परसेंटेज मे फर्मो को धोखे में रख ठेकेदारी कर पैसा आहरण करना इस कदर भाया की करोड़ों कमाने की लालसा लिए जांच अधिकारी CMO ज्योति सिंह नौरोजाबाद नगर परिषद मे पहुंचते ही पहले कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया को विनोद बर्मन बनाकर हेरा फेरी करने की सारी जिम्मेदारी विनोद सोंधिया बदला हुआ नाम विनोद बर्मन को दे दिया और सरकारी राशि निकालने के लिए जिन फर्मो का उपयोग दिया गया वह फर्म भी विनोद बर्मन के ग्रह ग्राम बिजुरी व आसपास के ही निकले! उन फर्मो में मिलीभगत कर बिजुरी के फर्मो में जमकर भ्रष्टाचार किया गया जांच टीम द्वारा यदि कोतमा/बिजुरी/ मनेद्रगढ़/ कटनी/ छतरपुर सहित सभी फर्मो में किए गए कार्यों की बारीकी से जांच की जाए तो कुख्यात मास्टरमाइंड कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया उर्फ विनोद बर्मन के कई कारनामे सामने आ सकते हैं!
कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया/विनोद बर्मन के संपत्ति कि हो जांच
नगर पालिका बिजुरी में 8 से 10 हजार रुपए महीने कमाने वाला दैनिक वेतन भोगी कंप्यूटर ऑपरेटर लगभग आज करोड़ों की अकूत संपत्ति अर्जित कर लिया है जो कभी मोटरसाइकिल की सवारी करने वाला विनोद सोंधिया आज बड़ी-बड़ी लग्जरी कारों में घूमते दिखाई दे रहा है और वार्ड नंबर 12 में लगभग 50 लख रुपए का घर भी है जिसकी संपत्ति जांच हेतु चौक चौराहे में चर्चाओं का बाजार गर्म है करोड़ों की भ्रष्टाचार मामले में लोकायुक्त रीवा द्वारा 420 सहित अन्य धाराओं में मामला तो दर्ज किया गया लेकिन कंप्यूटर मास्टरमाइंड विनोद सोंधिया को खुलेआम भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दे दी है और बात यहा खत्म नहीं हुई विनोद बर्मन बन नौरोजाबाद CMO ज्योति सिंह के साथ मिलकर फिर सरकारी राशि लूटने का कार्य किया गया जिस पर भी लोकायुक्त द्वारा नौरोजाबाद नगर परिषद की भी जांच की जानी चाहिए और ऐसे कंप्यूटर मास्टरमाइंड कुख्यात आरोपी विनोद सोंधिया उर्फ विनोद बर्मन को सलाखों के पीछे समय रहते डाल देना चाहिए जिससे और कोई नगर पालिका मे नाम बदलकर भ्रष्टाचार के नाम पर डकैती न कर सके! हाला की मास्टरमाइंड कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया के संपत्ति जांच कि शिकायत सक्षम विभाग के समक्ष की जा चुकी है!
दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के साथ मिला भ्रष्टाचार को दिया अंजाम
मुख्यनगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह द्वारा नगर पालिका बिजुरी की जांच करने के उपरांत करोड़ों के भ्रष्टाचार को देखकर खुद संजोया भ्रष्टाचार कर करोड़ों कमाने का सपना लेकर सपना साकार करने मास्टरमाइंड विनोद सोंधिया व फर्मा को अपने साथ लेकर नौरोजाबाद नगर पालिका पहुंच बिजुरी के तर्ज पर भ्रष्टाचार को अंजाम देने का कार्य किया गया और लोकल फर्मो को छोड़कर बिजुरी क्षेत्र के आसपास के फर्मो का प्रयोग कर लगभग करोडो के भ्रष्टाचार को अंजाम देकर सरकार द्वारा विकास कार्यों हेतु दिए गए राशि को लूटने का कार्य सीएमओ पति सहित दैनिक वेतन भोगी कर्मचारीयों के साथ संगठित सिंडिकेट बनाकर नगर पालिका नौरोजाबाद को लूटने का कार्य किया गया है जब इस तरह किया जा रहे भ्रष्टाचार का विरोध जनप्रतिनिधियों ने शिकायत कर किया तो नगरीय प्रशासन विभाग ने ऐसे भ्रष्ट अधिकारी सीएमओ ज्योति सिंह पर जांच व कार्रवाई की जगह 160 किलोमीटर दूर मैहर नगर पालिका का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया जिससे प्रदेश सरकार सहित नगरीय प्रशासन विभाग की भी जमकर किरकिरी हो रही है जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय भी बना हुआ है!
भ्रष्टाचारियों पर आखिर कब चलेगा सरकार का चाबुक
नगर पालिका बिजुरी में करोड़ों के भ्रष्टाचार की जांच अधिकारी सीएमओ ज्योति सिंह अब खुद करोड़ के भ्रष्टाचार को अंजाम नौरोजाबाद नगर पालिका में देने का कार्य किया गया है ऐसे निष्पक्ष जांच अधिकारी ज्योति सिंह अब स्वयं ही जांच के कटघरे में खड़ी है और अब इनकी जांच कौन करेगा यह भी एक चिंता का विषय है जो दूसरे की जांच अधिकारी होकर भी इस तरह भ्रष्टाचार को अंजाम देना नगरी प्रशासन विभाग के ऊपर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है और इस तरह सरकारी पैसों को सुनियोजित ढंग से कर्मचारी/ कंप्यूटर ऑपरेटर/ अकाउंटेंट/ बाबू/ सीएमओ पति / उपयोग किए गए फर्मो कि जांच कराकर नगर के जनप्रतिनिधि और जनता सरकारी राशि का दोहन करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के ऊपर मामला दर्ज कर सलाखों के पीछे भेज कर इतिहास कायम करना चाहिए जिससे कोई भी जिम्मेदार अधिकारी सरकारी राशि लूटने का कार्य न कर सके और संयुक्त अधिकारियों की संपत्ति की भी जांच कराते हुए आय से ज्यादा संपत्ति होने पर जप्ती की कार्यवाही करनी चाहिए!
अनियमितता की हुई थी पुस्टि, कार्यवाही शुन्य
जिस प्रकार नौरोजाबाद नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार को लेकर जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत उमरिया कलेक्टर के समक्ष की गई जिनके द्वारा जांच कमेटी बनाकर जांच कराई गई जानकारी के अनुसार अनियमित भी पाया गया जिसमें सीएमओ ज्योति सिंह द्वारा 20 समरसेबल पंप क्रय किया जाना पाया गया सभी को लोकल मार्केट से क्रय किया गया प्रत्येक सबमर्सिबल पंप की दर 35400 रुपए एक एचपी के लिए पाया गया जो की सामान्य बाजार दर तथा जेम में उपलब्ध दरों से लगभग दो गुना है जिसे भंडार क्रय नियमों के पालनार्थ करे का आकलन करते हुए जेम के माध्यम से निवदा अमंत्रित कर कार्य किया जाना चाहिए शिकायतकर्ता ने समिति के समक्ष बताया कि पंपों को केवल क्रय किया गया है इन्हें बताए गए स्थान पर लगाया नहीं गया है परंतु पेयजल प्रभारी राममिलन पटेल द्वारा जो सूची दी गई उसमें 34 समरसेबल अंतिम एक वर्ष में अलग-अलग स्थान पर लगाए गए क्रि हस्तियों में कुल 28 पंप का करे दर्ज है जबकि श्री पटेल ने 34 पंप बताएं हैं जो की स्थिति को संदेहस्पद बनाता है! जांच रिपोर्ट शहडोल संभाग की संवेदनशील कमिश्नर के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया है लेकिन सीएमओ ज्योति सिंह के ऊंची पकड़ पहुंच व रसूक के सामने कार्यवाही कछुए की चाल पर भी नहीं चल रहा है और कार्यवाही न होने से प्रशासन सहित सरकार पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होना शुरू हो गया है !
इनका कहना है
इस मामले में संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग आर.एस मंडलोई के मोबाइल नंबर 8435959876 मे संपर्क साधा गया लेकिन हर बार की भांति इस बार भी साहब का फोन नहीं उठा!
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