ठेकेदार सुमित जयसवाल पर मेहरबान फुनगा चौकी प्रभारी
फुनगा चौकी प्रभारी के कानून के सामने बेबस हुए अधिकारी....
अनूपपुर :- अनूपपुर की लचर होती कानून व्यवस्था पर सफेदपोशों कि चुप्पी कई सवालों को जन्म देती है। कहावत तो 'हमाम में सब........' है लेकिन कहावत मामले में कितनी सटीक बैठती है यह तो अनूपपुर की जनता ही बताएगी। लेकिन यह बात कही जा सकती है कि छत्तीसगढ़ की पुलिसिंग और मध्य प्रदेश की पुलिसिंग में धरती आसमान का अंतर है छत्तीसगढ़ की पुलिस सबूत खंगार कर मध्यप्रदेश के शराब तस्कर तक पहुंच जाती है और मध्य प्रदेश की पुलिस पुख्ता सबूत होने के बाद भी तस्कर पर कार्यवाही नहीं कर पाती है, और दांव पर लगती है जिले के कप्तान और संभाग के मुखिया की साख, पहलू तो एक और भी है आबकारी विभाग पर इस विभाग को अब गिनती से बाहर कर दिया गया है क्योंकि प्रतीत होता है कि इनका काम अब बस देसी शराब की छुटपुट जब्ती तक ही सीमित है।
यह है मामला.....
अनूपपुर जिले की फुनगा पुलिस ने लगभग 1 माह पहले छत्तीसगढ़ जा रही अवैध शराब के झगड़े को जप्त किया था, शराब की मात्रा कम करने को लेकर स्थानीय पुलिस के साथ सांठगांठ की चर्चा जोरों पर थी। वही शराब जिस वाहन में जप्त किया गया था वह वाहन अनूपपुर के शराब ठेकेदार सुमित जयसवाल का था। इसके बाद भी शराब ठेकेदार पर स्थानीय पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई मामला मीडिया के माध्यम से अनूपपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में लाया गया पर कार्यवाही लंबित ही रही। वही 1 माह बीत जाने के बाद भी पुलिस शराब के बैच नंबर के माध्यम से शराब तस्कर तक नहीं पहुंच पाई और गुजरते वक्त के साथ पूरा मामला ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया गया। यह बात तो दूध पीता बच्चा भी बता देगा कि गाड़ी जिसकी होगी गाड़ी का माल भी उसी का होगा....लेकिन जब देश भक्ति और जन सेवा की कसमें खाने वाले ही कसमो के मायने भुला दे तो भला उम्मीद ही क्या की सकती है।
आदेश का नहीं हुआ पालन
उक्त कार्यवाही के 2 हफ्ते बाद भी जब वास्तविक शराब तस्कर पर कार्यवाही नहीं की गई तो मामला जोनल अधिकारी एडीजी शहडोल जोन के संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने हमारी टीम को बताया की मामला उनके सज्ञान में है इस संबंध में अनूपपुर पुलिस अधीक्षक को कार्यवाही के निर्देश दिए जा चुके है ठेकेदार पर कार्यवाही अवश्य होगी। इस बात को भी 2 हफ्ते बीत चुके हैं पर नतीजा अभी भी शून्य ही है हालांकि फुनगा चौकी और मुख्यालय में एक चर्चा यह भी रही की जिले में तो साहब की ही चलेगी आदेश तो आते जाते रहते हैं ........ पर एक बात तो स्पष्ट है कि शराब जप्ती के इस मामले और चौकी प्रभारी के कारगुजारियों ने दो आईपीएस अधिकारियों की साख दाव पर लगा दी है...। ठेकेदार पर बरस रही रहमत को देख कर तो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उक्त मामले में पुलिस महानिदेशक के आदेश की भी नाफरमानी कोई बड़ी बात नही बहरहाल यह तो समय ही बताएगा।
फिर छत्तीसगढ़ पहुंचने लगी खेप
स्थानीय सूत्रों की मानें तो मामला ठंडे बस्ते के हवाले किए जाने के बाद एक बार फिर शराब की खेप अनूपपुर से छत्तीसगढ़ पहुंचने लगी है जिस पर स्थानीय पुलिस की मेहरबानियां विभिन्न थाना क्षेत्रों में जमकर बरसती है, ठेकेदार सुमित जायसवाल एवं वकील यादव का नाम पूर्व में भी रतनपुर में जप्त की गई शराब के मामले में सामने आया था और यह कोई पहली दफा नही फिर भी स्थानीय पुलिस की कथित शराब तस्करों पर मेहरबानी पूरे अनूपपुर पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह का कार्य कर रही है।
इनका कहना है
मामले में विवेचना जारी है अभी चालान पेश नहीं हुआ है ठेकेदार पर कार्यवाही नहीं हुई है।
हरिशंकर शुक्ला
चौकी प्रभारी फुनगा
जानकारी आप के माध्यम से संज्ञान में आई थी आपके फोन के पूर्व ही अनूपपुर एसपी को कार्यवाही के निर्देश दिए जा चुके हैं जल्दी ठेकेदार की गिरफ्तारी होगी।
जी जनार्दन
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, शहडोल जोन
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