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Friday, March 29, 2024

आईपीएल व महादेव सट्टा का कारोबार जोरों पर पुराने सटोरिया सक्रिय -जनता कर रही कार्यवाही की दरकार

 


सूदखोरों के प्रताड़ना के कारण संकेत जायसवाल ने की आत्महत्या -जवान बेटे की आत्महत्या से दुखित पिता डीसी सागर से लगा चुके हैं न्याय की गुहार


 संदेहों से पूछताछ जारी-न्याय के राह देख रहे परिजन कार्यवाही कि दरकार 


 आईपीएल व महादेव सट्टा का कारोबार जोरों पर पुराने सटोरिया सक्रिय -जनता कर रही कार्यवाही की दरकार 



मध्यप्रदेस के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने पुलिस विभाग की जमीनी स्थिति का आंकलन करने व आम जनता से पुलिस और जनता के बीच सीधे संवाद कायम करने के उद्देश्य से जिले के थानों में बीते रविवार 3 मार्च को पुलिस जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। एडीजीपी डीसी सागर द्वारा 20 बिंदुओं पर पुलिस सुरक्षा व्यवस्था व अपराधों पर अंकुश का ग्राफ जानने की एक अच्छी पहल फार्म से फीडबैक हासिल करने का प्रयास किया गया। जनसंवाद के बाद पुलिस अब अपराधों का खात्मा ग्राउंड जीरो पर करेगी।


कोतमा(प्रकाश सिंह परिहार):- जिले के कोतमा में जनसंवाद कार्यक्रम में  पहुंचे डीसी सागर से राजू जैसवाल ने अपने भतीजे संकेत जैसवाल के सूदखोरी व ऑनलाइन गेम जैसे सायबर अपराध की गिरफ्त में फंसकर अवैध वसूली के कारण आत्महत्या पर कोई जांच व कार्यवाही न होने की शिकायत कर एडीजीपी के सामने फफक फफक कर राजू जैसवाल रो पड़े जिसपर डीसी सागर ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह व कोतमा थाना प्रभारी सुंदरेश मरावी को निष्पक्ष जांच कर उचित कार्यवाही का निर्देश दिए।


यह है मामला 


विदित होकि 13 फरवरी की देर रात तक संकेत जैसवाल पिता शिवकुमार जैसवाल निवासी वार्ड नम्बर 8 तहसील रोड कोतमा जो 13 फरवरी को दिनभर दोस्तों के साथ हंसी मजाक करता रहा और घर जाकर रांत में कोई जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर लिया। मृतक का मोबाइल देखने के बाद से जनचर्चा शुरू है कि सटोरियों एवं सूदखोरों द्वारा मृतक संकेत से लगातार पैसे की मांग कर प्रताड़ित किया जा रहा था लेकिन मृतक संकेत पैसा वापस करने में असमर्थ था इसलिए उसने ऐसा आत्मघाती कदम उठा लिया  मृतक के परिजनों ने कोतमा पुलिस के पास नामजद शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि संकेत के आत्महत्या करने की वजह सूदखोर व सटोरिया ही है लिहाजा पुलिस को पूरे मामले की सुक्ष्म जांच शुरू कर कार्यवाही करने की जरूरत है।


 निष्पक्ष जांच कार्यवाही की उठी थी मांग...?

कोतमा निवासी संकेत जायसवाल उर्फ भोला के परिजनों ने नामजद शिकायत करते हुए यह बात कही है कि सूदखोरों व सटोरियों के प्रताड़ना से तंग आकर संकेत ने मौत को गले लगा लिया जिसकी निष्पक्ष व शूक्ष्म जांच की मांग करते हुए संकेत के परिजनों ने यह आरोप लगाए हैं कि सटोरियों व सूदखोर संकेत से 500 रुपये रोज ब्याज लेते थे एक बार उसका मोबाइल फोन छीन लिया गया और तीन दिन का 1500 रुपये की मांग की गई तब संकेत ने 900 रुपये दिया था लेकिन उसका मोबाइल नहीं दिया गया यह बात उसने अपने मित्र से बताई जिसके बाद मित्रों द्वारा चंदा कर 600 रुपये देने के बाद उसका मोबाइल दिया गया जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोतमा क्षेत्र में किस तरह सटोरियों व सूदखोरों का खौफ है उन्होंने पुलिस को संकेत के मोबाइल फोन की चैट व कैश ट्रांजेक्शन सहित अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराते हुए कहा कि उनका पुत्र सटोरियों व सूदखोरों के जाल में बुरी तरह फंस गया था तथा भारी परेशान रहता था और उनके प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर लिया। 


परिजनों ने की नामजद शिकायत


पुलिस को सौंपे शिकायत में बताया गया है कि एक कुख्यात सटोरिया उनके पास आकर कहा था कि संकेत कई लोगों का कर्ज चाहता था तो उसने 1 लाख 75 हजार रुपये उसे दिया था तब उसके परिजनों ने कहा था कि आप भी तो कर्ज से अधिक ब्याज ले चुके हैं फिर भी यदि समय रहते बताये होते तो हम पूरा पैसा चुका देते और आज यह दिन नहीं देखना पड़ता । परिजनों ने तमाम साक्ष्य उपलब्ध करते हुए कहा कि उक्त सटोरिया के पास आय से अधिक संपत्ति है वार्ड नं० 07 में करोड़ों रुपये का घर है तो वार्ड नं० 08 व 09 में भी मकान है जो करोड़ों रुपए की है तो पुलिस को जांच शुरू करने की जरूरत है कि इतनी अकूत सम्पत्ति इसके पास कहां से आई ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह के दिन न देखना पड़े । 


सूदखोरी,ऑनलाइन गेम,महादेव एप्प्स जैसे सायबर जुआ के गिरफ्त में युवा पीढ़ी, कार्यवाही की दरकार

कोतमा क्षेत्र में सूदखोरों व सटोरियों का जाल इस तरह फैला हुआ कि वे व्यापारियों के पुत्रों व भोले भाले लड़कों को सब्जबाग दिखा कर अपने जाल में फंसा लेते हैं और उनका आर्थिक शोषण करने करते हुए इतना मजबूर कर देते हैं कि उनका हस्र संकेत जैसा होता है लिहाजा पुलिस को निष्पक्ष जांच शुरू कर कार्यवाही करनी चाहिए । मृतक संकेत के परिजनों ने नगर व क्षेत्र के कई कुख्यात सूदखोरों व सटोरियों के नामजद शिकायत करते हुए कहा कि नगर के अन्य कई परिवारों को भी इनका दंश झेलना पड़ा है यदि इस पर जांच कर कार्यवाही नहीं की गई तो और भी लोग संकेत के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर कर दिए जायेंगे ।


मध्यप्रदेस व छत्तीसगढ़ के मंत्रियों ने परिजनो को दिया भरोसा होगी निष्पक्ष जांच व कार्यवाही

विगत दिनों मध्यप्रदेस के राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल मृतक के परिजनों से मिलकर शोक व्यक्त किया था और वहीं पर पुलिस को पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया जिसके बाद परिजनों ने नामजद आरोप लगाते हुए पुलिस के पास शिकायत की है और मृतक के मोबाइल फोन पर किये गए चैट व कैश ट्रांजेक्शन सहित तमाम दस्तावेज पेश किया है इसके बाद भी यदि इस रहस्य से पर्दा उठाने का काम नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में इस तरह के और भी मामले सामने आ सकते हैं। वही रविवार 10 मार्च को छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जैसवाल ने मृतक संकेत जैसवाल के परिजनों से मिले व परिवार को ढांढस बधाये मंत्री श्याम बिहारी जैसवाल ने यह बात कही की यदि पुलिस निष्पक्ष जांच व कार्यवाही नही करती तो मैँ छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री के मॉध्यम से मध्यप्रदेस के मुख्यमंत्री मोहन यादव से उक्त मामले की निष्पक्ष जांच व कार्यवाही की मांग करूंगा।


 पुराने सटोरी सक्रिय- युवा पीढ़ी घेरे मे 

 कोतमा क्षेत्र में ऑनलाइन सट्टा पूरे शबाब पर है इन दिनों  आईपीएल शुरू हो गया है जो कोतमा में सटोरियों के लिए त्योहार मानी जाती है बड़ी संख्या में यहां युवा इनके चंगुल में फंसते हैं और सटोरिये बड़ी रकम कमाते हैं सटोरियों के पास बेशुमार दौलत है तो सट्टा के जाल में फंसे युवाओं के पास संकेत के मार्ग पर चलने की मजबूरी है । कोतमा नगर का एक युवक मौत का रास्ता खुद चुना है तो सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या है कि उसने मौत को गले लगा लिया अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार को मृतक के फोन डिटेल व अन्य स्रोतों से इस घटना के तह तक जा कर मामले का खुलासा करना चाहिए ताकि आगे कोई संकेत आत्महत्या करने को मजबूर न हो। और पुलिस के प्रति ऐसे लोगों में खौफ पैदा हो जो राजनीतिक संरक्षण में इस तरह के अवैध धंधे कर धन लाभ प्राप्त कर रहे हैं और युवाओं को मौत के मुंह में झोंक रहे हैं कोतमा में सूदखोर व सटोरिया बेशुमार दौलत के मालिक बन रहे हैं वही चंगुल में फंसे युवा मौत को गले लगा रहे हैं पुलिस को मृतक के परिजनों द्वारा किए गए शिकायत की निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए ।


इनका कहना है 

 संदेहियो से पूछताछ की जा रही है जैसे साक्ष्य एकत्रित होंगे कार्यवाही की जाएगी!

 सुन्द्रेश कुमार मरावी 

 नगर निरीक्षक कोतमा 

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