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Wednesday, November 30, 2022

संभाग में मौत का खेल खेल रही जेएमएस कंपनी, कुरजा के बाद बंगवार में मजदूर की मौत



संभाग में मौत का खेल खेल रही जेएमएस कंपनी, कुरजा के बाद बंगवार में मजदूर की मौत


सुरक्षा मापदंडों पर उठ रहे सवाल, भूमिगत खदान में काम कर रहा था अकुशल श्रमिक, कटर में फंसने से मौत


इंट्रो:-बेरोजगारी के इस दौर में मजदूरों का शोषण अब आम हो चला है मानो  मजदूर की जान की कोई कीमत ही ना हो । एसईसीएल बिलासपुर के विभिन्न  भूमिगत खदानों में कार्यरत ठेका कंपनी जेएमएस प्राइवेट लिमिटेड में अकुशल श्रमिकों के मौत का सिलसिला जारी है, बीते दिनों कुरजा में मृतक मजदूर की मौत के मामले को दबाने का प्रयास किया गया था और अब सोहागपुर क्षेत्र अंतर्गत बंगवार में एक मजदूर की मौत के मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जहां जेएमएस कंपनी के स्थानीय जिम्मेदार मंडल और सुब्रतो भट्टाचार्य मीडिया के सवालों से बचते हुए नजर आ रहे हैं तो वही समाचार लिखे जाने तक विरोध के सुर स्थानीय स्तर पर बुलंद होते रहे । युवा नेता हर्षित द्विवेदी द्वारा मामले के संबंध में स्थानीय स्तर पर विरोध किया जाता रहा।


शहडोल(गजेंन्द्र परिहार ):- शहडोल जिले के अर्जुली ग्राम का युवक टीकाम सिंह जिसके माता-पिता समय से पूर्व ही भगवान को प्यारे हो गए, कुछ वर्षों पहले शादी हुई थी 3 माह की बच्ची जो मौत के बाद  अपने पीछे रोने बिलखने छोड़ गया, क्यों की ठेका कंपनी के जिम्मेदारों की पैसे की भूख ने और नियमों और सुरक्षा मापदंडों की अवहेलना के कारण बंगवार  अंडर ग्राउंड खदान में बुधवार की सुबह कटर मशीन की चपेट में आ गया और इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जिस पर जेएमएस के जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ लीपापोती करते ही नजर आए।


जेएमएस में मौत का खेल 

हादसे कभी भी और कहीं भी हो सकते हैं जरूरी नहीं कि हादसे में लापरवाही शामिल हो, लेकिन इस हादसे को हम मौत का खेल इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यह बीते कुछ ही दिनों में दूसरा मामला है जब जेएमएस  कंपनी में मजदूर की मौत हुई है। जो कई सवालों को जन्म दे रही है। स्थानीय लोगों की माने तो प्रबंधन क्षेत्र के  नान टेक्निकल बेरोजगारों को कंपनी में वीटी,और मेडिकल में झोलझाल कर खदान में उतार देती है और पैसे और दो वक्त की रोटी के लालच में युवा बेरोजगार अपनी जिंदगी जोखिम में डालकर जेएमएस कंपनी में अपनी सेवाएं देते हैं। लगातार दो मौतों के बाद  जेएमएस कंपनी के सुरक्षा मापदंडों पर सवाल उठना भी लाजमी है।


कंपनी कार्यप्रणाली पर सवाल

मौके मैं मौजूद जेएमएस कंपनी के अन्य कर्मचारियों द्वारा नाम न बताने की शर्त पर बताया गया कि खदान के अंदर दुर्घटनाओं का सिलसिला आए दिन जारी रहता है बिना प्रॉपर ट्रेनिंग के ही मजदूरों को केबल अथवा मशीन ऑपरेटर बना दिया जाता है। जिसकी वजह से आए दिन घटनाएं घटती रहती हैं इतना ही नहीं नाम ना बताने की शर्त पर यह भी मजदूरों द्वारा बताया गया कि वीटी और मेडिकल सिर्फ एक फॉर्मेलिटी रहती है फॉर्मेलिटी के लिए कागज कंप्लीट किए जाते हैं और वीडियोग्राफी कराई जाती है।  कागज में काम पुख्ता होने के बाद मजदूरों के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था कंपनी नहीं करती। पीएफ के अलावा अन्य किसी प्रकार की सुविधा  कर्मचारियों को नहीं दी जाती इसके अलावा हक की आवाज बुलंद करने वाले कर्मचारियों की आवाज भी दबा दी जाती है।


मामला दबाने का प्रयास 

बुधवार की सुबह इस घटना को कंपनी एवं प्रबंधन द्वारा लगभग दवा ही दिया गया था लेकिन रमेश अक्रिय हमारे सूत्रों के माध्यम से जब मामले की जानकारी हमें लगी तो हम अपनी टीम के साथ बंगवार काली पहुंचे जहां दिनभर जिम्मेदार मीडिया के कैमरे और सवाल जवाब से बचते नजर आए। सूत्रों द्वारा बताया गया कि इस मामले को दबाने के लिए घायल मजदूर को आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कराया गया इतना ही नही रुपए पैसे देकर परिजनों व स्थानीय नेताओं को चुप कराने का प्रयास भी किया जाता रहा। कंपनी कर्मचारियों ने यह भी बताया कि प्रबंधन के खिलाफ बोलने वाले की तनख्वाह रोक दी जाती है और हाजिरी भी बंद कर दी जाती है यही कारण है कि किसी ने खुलकर कंपनी की काली करतूतों की पोल खोलने की हिम्मत नहीं जुटाई।


कुरजा में भी हुई थी एक मौत

बीते दिनों ऐसा ही एक मामला एसईसीएल के हसदेव क्षेत्र कुरजा भूमिगत खदान में आया था जहां जेएमएस कंपनी का एक एम्पलाई मजदूर  की खदान के भीतर मौत हो गई थी इस मामले को भी जे एम एस व कालरी प्रबंधन द्वारा दबाने का प्रयास किया गया था लेकिन स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर परिवार को सहयोग वा दुर्घटना मृत्यु हितलाभ दिलाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला शांत हुआ । मामले में कंपनी के प्रबंधक व सुब्रतो भट्टाचार्य  द्वारा इस संबंध में कई लिखित आश्वासन मृतक के परिवार को दिए गए लेकिन धरातल पर उसका पालन कितना हुआ यह भी देखने लायक बात है। हालांकी इस हादसे को दबाने का प्रयास कंपनी की कार्यशैली पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है।

सवालों से बचता रहा जेएमएस प्रबंधन

इस संबंध में जानकारी के लिए हमारी टीम द्वारा बंगवार कालरी मैं जेएमएस कंपनी के कैंप के प्रभारी श्री मंडल से बात करने  प्रयास किया गया लेकिन वह मीडिया के सवाल जवाब से बचते नजर आए तो वहीं इसी तारतम्य में सुब्रतो भट्टाचार्य का भी फोन  नही उठा जब बात संदीप कुमार तक  हमारे माध्यम से दूरभाष से पहुंची तो मामले में वर्जन हेतु आधे घंटे बाद का समय श्री भट्टाचार्य द्वारा दिया गया लेकिन उसके बाद भट्टाचार्य जी का नंबर लगातार बंद आता रहा और कंपनी का प्रबंधन पूर्णता है मामले से बचता नजर आता रहा। इसके अलावा कई अन्य मामले जैसे  अन्य फर्म का संचालन  गार्ड लाइसेंस के बगैर होना व इस मजदूर के मौत  मामले में  कालाजी प्रबंधन की भूमिका जैसे कई अन्य सवाल हैं जिन्हें हम अगले अंक में आप तक पहुंचाएंगे। जन सरोकार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हुए कथित मौत के खेल संचालक कंपनी के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी।


इनका कहना है  

जानकारी मेरे संज्ञान में है मैं अभी मुंबई में हूं मैं वर्जन हेतु सुब्रतो भट्टाचार्य जी को बोलता हूं। 


संदीप कुमार 

जेएमएस,प्रबंधन


जानकारी आपके माध्यम से संज्ञान में आई है मैं सेफ्टी टीम से मामले के संबध में जानकारी मंगाता हूं।


सनीश चंद्रा 

पीआरओ, एस. ई. सी. एल.

बिलासपुर


बुधवार की दोपहर कालरी प्रबंधन द्वारा मौखिक जानकारी दी गई है, मेडिकल कॉलेज डायरी प्राप्त होने के बाद जांच की जाएगी ।

रत्नामबर शुक्ला 

थाना प्रभारी धनपुरी

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